हाथरस में अनुसूचित जाति की लड़की के साथ गैंगरेप और हत्या का मामला पूरे देश में चर्चा बना हुआ है. इसमें विपक्ष समेत मीडिया ने प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा हुआ है. शुक्रवार को इस मामले में लापरवाही मानते हुए एसपी समेत सात पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए हैंजबकि डीएम पर भी जल्द कार्रवाई की बात कही जा रही है. वहीँ सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रहा है जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि देश में बढ़ रही बलात्कार की घटनाओं के विरोध में इस महिला ने अपनी शरीर को स्टील और काँटों के तार से ढंक लिया है. इसमें पीएम मोदी पर तंज कसा गया है.
बीते कई दिनों से हाथरस कांड सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है. उसी बीच एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है. जिसमें एक महिला अपने शरीर को स्टील बॉडी से ढंकने के साथ कंटीले तारों को लपेटे है.वायरल मैसेज में ये दावा किया जा रहा है कि मोदी सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है. महिला ने इस तरह प्रदर्शन कर ये जाहिर किया है कि देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. फेसबुक पर ये पोस्ट हमें मिला. मणिकांत शुक्ला नमक यूजर ने इसे अपने वाल पर शेयर किया था. फोटो के साथ मैसेज लिखा था कि
ये तस्वीर प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के मुँह पर करारा तमाचा है जिसकी गुंज सिर्फ #भाजपाइयों को छोड़कर पुरे विश्व को सुनाई देगी भारत में बढ़ती बला’त्कार की घटनाओं को लेकर इस महिला ने अपने पुरे जिस्म को काटेंदार तार से लपेटकर ये संदेश दिया है कि इस सरकार मे महिला सुरक्षित नही है#indian
इसके बाद हमें ये फोटो हमें एक और फेसबुक अकाउंट पर मिला. इसे एडिट कर मैसेज फोटो पर ही लिखा गया था. ये अकाउंट किसी फेकूचंद के नाम से पैरोडी अकाउंट है.
यही नहीं ये मैसेज ट्विटर पर भी खूब वायरल हो रहा है. कई यूजर ने इसी मैसेज के साथ इस तस्वीर को अपने अकाउंट से पोस्ट किया है. इसे बड़ी संख्या में लोग रिट्विट और लाइक कर रहे हैं.
तस्वीर का सच जानने के लिए हमने सी फोटो को रिवर्स इमेज पर सर्च किया. जिसमें हमें पता लगा कि ये तस्वीर भारत की नहीं बल्कि श्रीलंका की है और 2015 की है. कोलम्बो के झांसी कालोनी में एक कलाकार ने ओसरिया के मौके पर ये पारम्परिक ड्रेस पहनी थी. इस पर और सर्च करने पर हमें एक श्रीलंका के चैनल का लिंक भी मिला. जहाँ एक महिला इसी तरह की ड्रेस पहने हुए रिहर्सल कर रही है.
यहां बता दें कि हाथरस कांड को लेकर कई तरह की फर्जी खबरें चल रहीं हैं. पहले भी कई लोगों ने मृतका की जगह चंडीगढ़ की एक युवती की फोटो लगा दी थी. इसकी भी पड़ताल The News Postmortem ने की थी.
Postmortem रिपोर्ट:- वायरल फोटो भारत में बलात्कार के विरोध की नहीं बल्कि श्रीलंका की है. जोकि वहां एक पारंपरिक त्यौहार के मौके पर महिलाएं इस तरह की ड्रेस पहनती हैं. इसलिए सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा पूरी तरह फेक है.