चुनाव के बाद हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार अभी कठघरे में हैं. अब सोशल मीडिया पर 45 सेकंड का एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें पुलिसवाला और एक आम आदमी शिवभक्त कांवड़ियों पर लाठी बरसाते दिख रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि वीडियो बंगाल का है.
@Jb21bh ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि टीएमसी भारतीस तालिबान का एक रूप है. देखिए किस तरह से ममता की बंगाल पुलिस शिवभक्तों को पीट रही है.
The News Postmortem को व्हाट्सऐप पर भी इस तरह के वीडियो मिले. इसमें लिखा है,
यह देख लो..हिन्दू भाइयों,
बंगाल में.. कांवड़ियों का हाल. कल सावन के आखिरी सोमवार पर.. महादेव जी को गंगाजल चढ़ाने के लिए जो—जो हिन्दू कांवड़ लेकर गए, उन सब की ममता बनर्जी की सरकार और पुलिस ने क्या हाल बनाया है?? खुद देख लो अपनी आंखों से.
राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, दिल्ली, कश्मीर, पश्चिम बंगाल.. जहां—जहां बीजेपी की सरकार नहीं है, वहां हिंदुओं के साथ क्या हाल हो रहा है. बताने में भी शर्म आती है. हिंदुओं के देश में ही हिंदुओं की यह दुर्गति हो रही है.
अगर अन्य सभी राज्यों में बीजेपी के अलावा इन लोगों की सरकार आ गई तो ये हाल सभी राज्यों में होने वाला है.
सोचो समझो

हमें एक अन्य ग्रुप भी यह वीडियो मिला. इसके साथ लिखा था, यह देख लो भाइयों बंगाल में कांवड़ियों का हाल. अगर सभी राज्यों में बीजेपी के अलावा इन लोगों की सरकार आ गई तो ये हाल सभी राज्यों में होने वाला है.
सोचो समझो

वीडियो में लोग बंगाली बोल रहे हैं और एक जगह बंगाली में बोर्ड लगा हुआ है. हमने इस वीडियो में से कुछ तस्वीर लेकर इसे रिवर्स इमेज प्रक्रिया से गूगल पर तलाशा लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. हमने गूगल के इमेज ट्रांसलेटर की मदद से देखा तो पता चला कि यह आहिरीटोला घाट बचाओ समिति लिखा हुआ है. हमने गूगल पर आहिरीटोला घाट बचाओ समिति के बारे में छानबीन की तो इसका फेसबुक पेज मिल गया. इसमें हमें एक फोटो मिल गई, जिससे यह तो साबित हो गया कि यह वीडियो कोलकाता का ही है.

इस बारे में सन्मार्ग में एक खबर छपी है. इसके मुताबिक, कोलकाता पुलिस पर शिवभक्तों पर लाठीचार्ज का आरोप लगा है. मामला रविवार रात की भूतनाथ मंदिर के बाहर अहिरटोला घाअ की बताई जा रही है. सावन में हर सोमवार की सुबह महादेव के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर हजारों लोग पहुंचते हैं. कोरोना के कारण इस साल संख्या कम हुई है. इस समय मंदिर बंद कर रखा गया है लेकिन श्रद्धालु फिर भी मंदिर के गेट तक पहुंच जाते हैं. दरअसल, राज्य में रात 10 बजे के बाद नाइट कर्फ्यू लग जाता है. वहीं, मंदिर कमेटी ने कहा है कि वीडियो को बेवजह राजनीतिक रूप दिया जा रहा है. मंदिर के सामने इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है. घटना अहिरटोला रेलवे क्रांसिंग के पास हुई है. हालांकि, सन्मार्ग की वीडियो की पुष्टि नहीं की है.

इस बारे में हमें गूगल पर दैनिक जागरण की खबर का लिंक भी मिला. खबर के अनुसार, कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए भूतनाथ मंदिर बंद है. आखिरी सोमवार को काफी संख्या में शिवभक्त वहां पहुंच गए थे. पुलिस ने उनको वहां से भगाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. वीडियो में एक अन्य व्यक्ति भी लाठी चलाता दिख रहा है. वेस्ट बंगाल भारतीस जनता पार्टी यानी भाजपा नेता रीतेश तिवारी ने भी वीडियो को ट्वीट किया है. उन्होंने ममता बैनर्जी पर इसको लेकर निशाना साधा है.
हमने कोलकाता पुलिस और वेस्ट बंगाल पुलिस का ट्विटर हैंडल देखा लेकिन इसको लेकर कोई भी ट्वीट नहीं किया गया है. कई और खबरें भी देखीं लेकिन किसी में भी पुलिस का वर्जन नहीं मिला.
Postmortem रिपोर्ट: वायरल वीडियो कोलकाता में भूतनाथ मंदिर के पास का है. कोरोना के कारण मंदिर बंद चल रहा है. रात 10 बजे से नाइट कर्फ्यू लागू हो जाता है. कांवड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस के लाठीचार्ज करने की बात सामने आ रही है. सादे कपड़ों में दिख रहे शख्स के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है. मंदिर के पुजारी का कहना है कि इस पर बेवजह राजनीति की जा रही है.