उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने को हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ ही विपक्षी दल भी इसकी तैयारियों में लग गए हैं. इसको देखते हुए विपक्षी दल लगातार योगी आदित्यनाथ की सरकार पर हमलावर हैं. लखनऊ में काफी संख्या में युवा शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
13 जुलाई को अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर दिया था. इस पर पुलिस से उनकी झड़प हुई थी. इस दौरान एक पुलिसकर्मी ने उनको गालियां देते हुए फर्जी मुकदमे दर्ज करने की धमकी दी थी. इसका वीडियो भी काफी वायरल हुआ था. इसके बाद राष्ट्रीय लोक दल के कुछ नेताओं व संगठन की जिला इकाई के नाम से बने ट्विटर अकाउंट से दावा किया गया कि आंदोलनकारी युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. साथ में तीन फोटो भी पोस्ट की गईं, जिसमें घायल युवक व सड़क पर गिरी युवती दिख रही है.
RLD MAHANAGAR GHAZIABAD ने 14 जुलाई को दो फोटो ट्वीट की और लिखा,
लखनऊ में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज..
रोजगार के अधिकार की इस लड़ाई में चौ. चरण सिंह वादियों की संवेदना घायल अभ्यर्थियों के साथ है.

Lekhraj Singh ने भी 14 जुलाई को तीन फोटो ट्वीट की और लिखा,
लखनऊ में शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज..
रोजगार के अधिकार की इस लड़ाई में रालोद छात्रों के साथ है एवं इस लाठीचार्ज की घोर निंदा करता है.
शर्म करो योगी जी ये आपके ही प्रदेश के वे युवा हैं, जिन्होंने रोजगार की बड़ी उम्मीद में आपकी भाजपा को वोद देकर सत्ता सौंपी थी.

Vishvendra chaudhary rld ने भी इन तीनों फोटो को ट्वीट करते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा.

The News Postmortem ने इन फोटो की पड़ताल के लिए रिवर्स इमेज की सहायता से गूगल पर खंगाला तो हमें कुछ ट्वीट मिले. 14 नवंबर 2018 को Manish Kumar Singh ने इन फोटो को ट्वीट किया है. साथ में लिखा था,
एक शासक को हमेशा लचीला होना चाहिए पर यूपी के CM योगीजी पता नहीं किस मिट्टी के बने हैं. अपने ही प्रदेश के शिक्षकों पर लाठियां बरसते देख आज तक एक भी पीड़ितों का हाल तक नहीं लिया. ऐसा घमंडी व हठी CM तो आज तक नहीं देखा. ये घमंड चूर होगा.

इससे पता चलता है कि ये फोटो अभी हाल—फिलहाल की नहीं हैं. गूगल पर और तलाशने पर हमें अमर उजाला की खबर का लिंक मिला. 2 नवंबर 2018 को अपडेट की गई खबर के मुताबिक, अभ्यर्थियों ने विधानसभा का घेराव किया था. वे 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में कटआफ कम करने और रिक्त पदों को भरने की मांग कर रहे थे. इसको लेकर उनकी पुलिस से झड़प भी हुई थी. पुलिसकर्मियों ने युवक व युवतियों पर जमकर लाठियां बरसाई थीं. पुलिस ने उनको दौड़ा—दौड़ा कर पीटा था. इसमें कई प्रदर्शनकारी चोटिल हुए थे. उनको सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
Postmortem रिपोर्ट: 13 जुलाई 2021 को शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज नहीं हुआ था. हां, पुलिसकर्मी का उनको गाली देने व धमकी देने का वीडियो जरूर वायरल हुआ था. वायरल फोटो नवंबर 2018 की हैं.