टाटा ग्रुप आज खबरों में छाया हुआ है. सुबह से मीडिया में खबरें तैर रही हैं कि एयर इंडिया कंपनी वापस टाटा ग्रुप के आ गई है. उसने सबसे बड़ी बोली लगाई थी, जिसे सरकार ने मान लिया है. हालांकि, शाम होते—होते सरकार ने इन खबरों को खारिज कर दिया.केंद्र सरकार का कहना है कि अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज और लिंक तेजी से दौड़ रहा है.

Whatsapp पर वायरल मैसेज में लिखा है, टाटा ग्रुप की 150वीं सालगिरह का समारोह…
इसमें कार जीतने के लिए लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा गया है. नीचे एक लिंक दिया गया है. The News Postmortem के पास भी कुछ लोगों ने यह लिंक भेजा.
🎉🎉Tata Groups. 150th Anniversary Celebration!!🎊🎊
Click on the link to participate in the event to win a car! ! ! !
पहली नजर में ही हमें यह लिंक फर्जी लगा. इस पर क्लिक करने के बाद फोन का सारा डाटा हैकर के पास चला जाता. जिसने इस लिंक को भेजा था हमने उससे बता की तो पता चला कि क्लिक करने पर एक क्वेश्नेयर खुलता है, जिसके अंसर देने के बाद आप Tata Nexon EV कार जीत सकते हैं. इस तरह—तरह एक—एक करके चार—पांच सवाल पूछे जाते हैं और बाद में इस लिंक को 150 लोगों तक भेजने को कहा जाता है. इस तरह से यूजर इनके जाल में फंस जाता है.

खैर हमने सबसे पहले गूगल पर इस बारे में तलाश की तो पता चला कि 150वीं सालगिरह तो 2018 में निकल गई. टाटा ग्रुप की स्थापना 1868 में जमशेदजी टाटा ने की थी. इसका हेड आॅफिस मुंबई में है. अब बात करें कार गिफ्ट की तो हमने कुछ और छानबीन की, लेकिन हमें कोई भी ऐसी खबर नहीं मिली, जिससे पता चले कि टाटा ग्रुप ने कार गिफ्ट करने की कोई स्कीम चलाई थी. हां, 8 जून 2018 को राजस्थान पत्रिका में एक खबर छपी है, इसके अनुसार, टाटा ग्रुप ने कंपनी के 150 साल पूरे होने पर ग्राहकों को खास छूट आॅफर कर रही है.

इस बारे में हमने सायबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से बात की. उन्होंने कहा कि यह एक फिशिंग मैसेज है. इस पर क्लिक करते ही आपकी पूरी प्रोफाइल हैकर के पास चली जाती है. इसमें व्हाट्सऐप प्रोफाइल, मेल आईडी और आपके सभी एकाउंट्स की डिटेल व लोकेशन हैकर के पास चली जाती है. इसमें क्लिक करने के बाद आपके फोन में एक मालवेयर डाउनलोड हो जात है, जिससे हैकर आपका फोन और व्हाट्रसऐप तक कंट्रोल किया जा सकता है. इससे आपके फोन में आने वाले ओटीपी को देखा जा सकता है. व्हाट्सऐप मैसेज देखे जा सकते हैं. इसके बाद आपके नाम से फे मेल भेजकर लोगों से रुपये मांग जा सकते हैं. साथ ही आपके पास फर्जी मेल आ सकती हैं. अगर किसी ने इस पर क्लिक किया है तो रजिस्टर्ड एंटीवायरस से एक बार कंप्यूटर या मोबाइल को क्लीन कर लीजिए.
Postmortem रिपोर्ट: यह एक फेक मैसेज है. इस तरह की कोई भी टाटा ग्रुप ने नहीं चलाई है. उसकी 150वीं सालगिरह 2018 में हो चुकी है. इस लिंक पर क्लिक करने से आपका निजी डाटा हैकर के पास चला जाएगा, जिससे हैकर आपके फोन को कंट्रोल तक कर सकता है.
Good morning
Meera name Govond Meena