क्या पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह किसान आंदोलन के खिलाफ हैं? क्या उन्होंने किसान आंदोलन के खिलाफ बोला है? 2 मिनट 20 सेकंड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का इंटरव्यू दिखाया गया है.
इसमें कैप्टन अमरिंदन सिंह इसमें कह रहे हैं कि आजाद हिंदुस्तान में वे 2 फीसदी लोग हैं. पहले आधा पंजाब पाकिस्तान चला गया. फिर बगैर सोचे अकालियों ने पंजाब से हिामचल और हरियाणा बना दिया. सरदार बेअंत सिंह का कत्ल हो गया. हर बार तुमने कुछ न कुछ गड़बड़ करनी है. हर समय कुछ न कुछ आंदोलन चलाते रहते हो बगैर सोचे कि चंजाब का क्या होगा. पंजाब में बच्चों का भविष्य बनाना है कि नहीं. नौजवानों को अगर अपना भविष्य देखना है तो विकसित पंजाब बनाना होगा. टूटे हुए पंजाब में कौन निवेश करेगा. अगर ऐसे करोगे तो बाहर कौन नौकरी देगा. कुछ भटकाउ लोग हैं, जो खुदको नेता बनाना चाहते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. जांच ही सबकुछ साबित करेगी. मैं नौजवानों से कहना चाहता हूं कि अगर आपको अपना भविष्य बनाना है तो शांत पंजाब बनाना होगा. पंजाब अपना बहुत छोटा बन गया है. कानून-व्यवस्था बिगड़ी पड़ी है, ऐसे में कौन सी इंडस्ट्री पंजाब में आएगी. जब से उनकी सरकार आई है 71 हजार करोड़ रुपये की इंडस्ट्री लगी है. कुछ दिन से बंद पड़ी है. कंस्ट्रक्शन बंद पड़ा है क्योंकि लोगों को असुरक्षा का माहौल लग रहा है. अगर ऐसा रहा तो यहां कोई इंडस्ट्री नहीं लगेगी और किसी को नौकरी नहीं मिलेगी. आपने जो किया है, हिंदुस्तान में कोई भी आपका साथ नहीं देगा.
इस वीडियो को ट्विटर पर सन्नी तमक, अनुराग ताम्रकार और श्रीश त्रिपाठी ने ट्रवीट करते हुए लिखा है,
पता नहीं अमरिंदर सिंह ने कौन सी दवाई खा ली थी कि उनके मुंह से बेहद कड़वा सच निकलने लगा और उन्होंने किसान आंदोलन को बिल्कुल बकवास बताया और पंजाब और सिखों के खिलाफ बताया.


फेसबुक पर भी हमें स्वयंसेवक पेज, बिट्टू भाई, राहुल गांधी-एंग्री बड्र्स आॅफ इंडिया पेज पर भी यह पोस्ट मिली. इसके अलावा कइ्र लोगों ने भी इस वीडियो को पोस्ट किया है.



The News Postmortem ने इस वीडियो को ध्यान से देखा तो इसमें पंजाबी में ਰੇਜਾਨਾ ਸਪੋਕਸਮੈਨ लिखा हुआ एक वाटरमार्क दिखा. इसको ट्रांसलेट किया तो इसका मतलब Rozana Spokesman निकला. इस नाम से हमें फेसबुक पर पेज भी मिल गया. 29 लाख 71 हजार 9 सौ 64 लोग इस पेज को फाॅलो करते हैं. इसका यूट्यूब चैनल भी हमने चेक किया, जिसके 9 लाख 67 हजार सब्सक्राबर्स हैं. तलाशने पर इस पर हमें यह वीडियो मिल गया. इसका टाइटल है,
ਅੰਦੋਲਨ ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ CM ਕੈਪਟਨ ਦੀ Exclusive Interview ਲਾਲ ਕਿਲ੍ਹੇ ਦੀ ਘਟਨਾ ਨੂੰ ਲੈ ਕੇ ਦਿੱਤਾ ਵੱਡਾ ਬਿਆਨ
मतलब
आंदोलन पर सीएम कैप्टन का एक्सक्लूसिव इंटरव्यूए लाल किले की घटना को लेकर दिया गया बड़ा बयान
पूरा वीडियो 41 मिनट 30 सेकंड का है.
कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाम से बने यूट्यूब चैनल पर भी 28 जनवरी 2021 को इसे अपलोड किया गया है. इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा को गलत बताते हुए नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि लालकिले पर हुई हिंसा अनुशासनहीनता की वजह से हुई है. किसने की और कैसे हुई यह जांच में पता चलेगा लेकिन इससे किसानों का संघर्ष कमजोर हुआ है. लालकिला आजादी की निशानी है. वहां झंडा लहराने के लिए कई लोगों ने कुर्बानी दी है. जिस तरह से वहां चढ़कर अपना झंडा लगाया गया, यह बहुत गलत है. इससे उनका सिर शर्म से झुक गया है. जिसने भी यह किया है, बहुत गलत किया है. राज्य में कई रेलवे लाइन बंद हुई हैं. इससे पंजाब का काफी नुकसान हुआ है. पंजाब के विकास पर भी इससे असर पड़ रहा है. सरकार को लोगों की आवाज सुननी चाहिए. यह गलत कानून बनाया गया है. किसान तो 26 जनवरी को 10 बजे तय समय के हिसाब से शांति से परेड में गए. एक संगठन ने सुबह 8 बजे निकलकर समझौता तोड़ा. कोई रूट नहीं था लालकिले का. सारे पंजाब को पता है यह कौन हैं. आजाद हिंदुस्तान में वे 2 फीसदी लोग हैं. पहले आधा पंजाब पाकिस्तान चला गया. फिर बगैर सोचे अकालियों ने पंजाब से हिमाचल और हरियाणा बना दिया. सरदार बेअंत सिंह का कत्ल हो गया. हर बार तुमने कुछ न कुछ गड़बड़ करनी है. हर समय कुछ न कुछ आंदोलन चलाते रहते हो बगैर सोचे कि चंजाब का क्या होगा. पंजाब में बच्चों का भविष्य बनाना है कि नहीं. नौजवानों को अगर अपना भविष्य देखना है तो विकसित पंजाब बनाना होगा. टूटे हुए पंजाब में कौन निवेश करेगा. अगर ऐसे करोगे तो बाहर कौन नौकरी देगा. कुछ भटकाउ लोग हैं, जो खुदको नेता बनाना चाहते हैं. इसकी जांच होनी चाहिए. जांच ही सबकुछ साबित करेगी. मैं नौजवानों से कहना चाहता हूं कि अगर आपको अपना भविष्य बनाना है तो शांत पंजाब बनाना होगा. पंजाब अपना बहुत छोटा बन गया है. जिस तरह से कानून-व्यवस्था बिगड़ी पड़ी है, ऐसे में कौन सी इंडस्ट्री पंजाब में आएगी. जब से उनकी सरकार आई है 71 हजार करोड़ रुपये की इंडस्ट्री लगी है. कुछ दिन से बंद पड़ी है. कंस्ट्रक्शन बंद पड़ा है क्योंकि लोगों में थोड़ा असुरक्षा का माहौल बन गया है. अगर ऐसा रहा तो यहां कोई इंडस्ट्री नहीं लगेगी और किसी को नौकरी नहीं मिलेगी. आपने जो किया है, हिंदुस्तान में कोई भी आपका साथ नहीं देगा.
उन्होंने यहां तक कहा कि कृषि कानून बनाने के लिए एक कमेटी बनाई गई. इसके लिए एक मीटिंग हुई, जिसमें पंजाब को शामिल नहीं किया गया. इस पर उन्होंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी. फिर केंद्र सरकार ने पंजाब को इसका हिस्सा बनाया. उन्होंने कभी इस कानून पर सहमति नहीं दी है. उन्होंने इस बिल का असेंबली में विरोध किया लेकिन गवर्नर ने उनकी बात को केंद्र तक नहीं पहुंचाया. उनका कहना है कि वह किसानों के साथ खड़े हैं. वे सही कर रहे हैं लेकिन वह लाल किले पर हुई हिंसा के खिलाफ हैं.
Postmortem रिपोर्टः पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इंटरव्यू की एक क्लिप वायरल करके फर्जी दावा किया जा रहा है कि वह किसान आंदोलन के खिलाफ है. उन्होंने पूरे इंटरव्यू में ऐसा कुछ भी नहीं कहा है. हां, 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा पर उन्होंने दोषियों को सजा देने की बात जरूर कही है.