कोरोना महामारी की वजह से पूरे देश में त्राहि-त्राहि मची हुई है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट समेत लगभग सभी राज्यों की हालत खराब है. भले ही राज्य और केंद्र सरकार ऑक्सीजन की उपलब्धता और अस्पताल में बेड की बात कर रही हों लेकिन सच्चाई सबके सामने है. ऑक्सीजन के अभाव में रोजाना कई लोगों की जान जा रही है और पब्लिक ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए मारी-मारी भाग रही है. ऐसे में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. लोग उसे फाॅरवर्ड करके उसे ऑक्सीजन सिलेंडर का विकल्प बता रहे हैं.

1 मिनट 33 सेकंड के वीडियो में एक शख्स खुद को डाॅ. आलोक बता रहा है. उनका कहना है कि हमें ऑक्सीजन सिलेंडर के पीछे भागने की जरूरत नहीं है. इसके लिए हमें नेबुलाइलजर मशीन लेनी होगी. उसमें कुछ भी डालने की जरूरत नहीं है. इसे फेस पर लगाकर आॅन कर दीजिए. इससे हमारे पर्यावरण में मौजूद ऑक्सीजन मिलती है. इस तरीके से आपको जरूरत की ऑक्सीजन आपको मिल जाएगी.
गूगल पर इसकी सच्चाई तलाशने के लिए हमने खोजबीन की तो हमें टीवी 9 हिंदी का लिंक मिला. इसमें छपी खबर के मुताबिक, डाॅ. आलोक सेठी फरीदाबाद के सर्वाेदय अस्पताल से ताल्लुक रखते हैं. डाॅ. आलोक सेठी के इस दावे को कई विशेषज्ञ डाॅक्टरों ने नकार दिया है. खुद सर्वाेदय अस्पताल ने इस दावे से किनारा कर लिया है. डाॅ. आलोक सेठी ने भी खुद भी माना है कि यह दावा गलत है.
न्यूजब्रेकटीवी के मुताबिक, अस्पताल ने लोगों से अपील की है कि इस वीडियो को कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. अस्पताल इसे इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देता है. बिना डाॅक्टर की सलाह के इस तरह का प्रयोग मत करें. इससे हालत और खराब हो सकती है.
Postmortem रिपोर्टः ऑक्सीजन सिलेंडर का विकल्प बताने वाला वीडियो गलत है. नेबुलाइजर मशीन ऑक्सीजन सिलेंडर का विकल्प नहीं है. इस वीडियो का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. महामारी के इस दौर में कोई भी दवा या प्रयोग बिना डाॅक्टर की सलाह के न करें.