क्या नागपुर में कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनाया है? इस तरह के दावे के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुआ है. दावा किया जा रहा है कि विश्व हिजाब दिवस का हवाला देकर हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनने को बोला गया.

@punarutthana ने 4 सितंबर को चार फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि नागपुर वॉकर स्ट्रीट पर 6—7 शांतिप्रिय युवतियों ने कुछ हिंदू लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए समझाने की कोशिश की.
@gagangoyal1968 ने भी 1.36 सेकंड का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
नागपुर में मनाया जा रहा हिजाब दिवस. हिंदू को मजबूर करती हिजाब में करीब 20 महिलाएं.नए नागपुर में आपका स्वागत है. देखिए आज क्या हो रहा था. नागपुर में वॉकर स्ट्रीट 6/7 लड़कियां हिंदू लड़कियों को समझाने की कोशिश, हिजाब क्यों पहनना है, हिजाब कैसे पहनना है. भयानक…

आजकल तेजी से वायरल होते फर्जी ट्वीट या पोस्ट को देखकर The News Postmortem ने इसकी पड़ताल शुरू की. हमने गूगल पर कीवड्र्स से इसकी तलाश की. हमें TV 9 और VK News का यूट्यूब वीडियो को लिंक मिला. टीवी 9 के मुताबिक, नागपुर में सीएम आवास के पास यह घटना हुई है. कुछ मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू लड़कियों से हिजाब पहनने का आग्रह किया था. इसके साथ ही वे कुछ धार्मिक पर्चे भी बांट रही थीं. इसमें जब स्थानीय लोगों ने आपत्ति जताई तो वे उन पर भड़क गईं. इस मामले में वहां खड़ी एक लड़की ने अपनी उम्र 17 साल बताई और कहा कि वह अपनी मर्जी से हिजाब पहन रही है. मामला बढ़ने पर मुस्लिम महिलाएं और लड़कियां वहां से चली गईं.
जी न्यूज में छपी खबर के मुताबिक, विश्व हिजाब दिवस को हवाला देकर मुस्लिम महिलाओं ने हिंदू लड़कियों से हिजाब पहनने का आग्रह किया था. ये सभी गर्ल्स इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन की सदस्य थी. इस मामले में बजरंग दल के कार्यकर्तओं ने पुलिस से शिकायत की है. हालांकि, मुस्लिम महिलाओं ने किसी को जबरदस्ती हिजाब पहनाने से इंकार किया. नागपुर के पुलिस कमिशनर अमितेश कुमार का कहना है कि इस मामले में मुस्लिम महिलाओं ने कोई जबरदस्ती नहीं की है. पुलिस मामले कि गहराई से जांच करेगी. उन्होंने लोगों से अपील भी की कि वे भाईचारे को बनाए रखने में उनकी मदद करें.

इस मामले में शिकायतकर्ता कहना है कि करीब 20 जगह इस तरह की घटनाओं का पता चला है. उनके विरोध करने के बाद मुस्लिम महिलाएं वहां से चली गईं. थोड़ी देर बाद वे वापस लौटी और वहां खड़े अपने परिजनों के साथ स्कूटी—बाइक पर चली गईं.

हमने विश्व हिजाब दिवस के बारे में गूगल पर तलाश की तो पता चला कि यह 1 फरवरी को मनाया जाता है जबकि मुस्लिम महिलाओं का कहना था कि 4 सितंबर को वे विश्व हिजाब दिवस के मौके पर उनसे हिजाब पहनने का आग्रह कर रही थीं. World Hijab Day की शुरुआत 2013 में नजमा खान ने की थ्ज्ञी. 1 फरवरी को यह 140 देशों में मनाया जाता है. इसका मकसद यह था कि सभी धर्म की महिलाओं व लड़कियों को हिजाब पहनने का अनुभव कराना.

Postmortem रिपोर्ट: नागपुर में सीएम आवास के पास हिंदू लड़कियों के हिजाब पहनने की घटना सही है. मुस्लिम महिलाओं ने उनसे हिजाब पहनने का आग्रह किया था. यह कहना गलत होगा कि उन्होंने हिंदू लड़कियों को जबरदस्ती हिजाब पहनाया था. इस बारे में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही विश्व हिजाब दिवस 1 फरवरी को होता है न कि 4 सितंबर को. इस बारे में मुस्लिम महिलाओं ने लड़कियों को गलत जानकारी दी थी.