क्या भारत में मुस्लिमों की आबादी तेजी से बढ़ रही है? 18 साल में मुस्लिम हिंदुओं के मुकाबले काफी अधिक हो जाएंगे? सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है. इसमें एक मुस्लिम बुजुर्ग को कई बच्चों के साथ दिखाया गया है जबकि चार लोगों का एक परिवार भी इसमें दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि 18 साल बाद हिंदुओं के 4 वोट होंगे तो मुस्लिमों के 50 वोट. अब्दुल सरकार बनाएगा और आपके डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, फौजी, मेजर, कर्नल बेटे से जूते साफ कराएगा.
JainKiran6 आईडी से ट्विटर पर 12 जून को ऐसी पोस्ट की गई. साथ में लिखा गया,
कुछ सोचो भक्तों?

Pranaycbsa और K.K Mishra ने भी इस तरह की पोस्ट की. केके मिश्रा ने लिखा कि अब्दुल का भरा पूरा परिवार.
फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने इस तरह की पोस्ट की है. अजय मिश्रा और मोहित खन्ना ने भी इसको पोस्ट करते हुए जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने पर जोर दिया. उन्होंने लिखा,
जनसंख्या नियंत्रण कानून बनना अत्यंत आवश्यक क्यों. हर हिंदू को सोचना होगा. सरकार पर जमकर दबाव बनाना होगा, वरना…?



The News Postmortem ने इस पोस्ट की पड़ताल के लिए बुजुर्ग और बच्चों की फोटो को रिवर्स इमेज के जरिए गूगल पर तलाशा तो हमें गल्फ न्यूज का लिंक मिला. 17 जुलई 2014 को छपी खबर में यह फोटो लगी हुई है. बुजुर्ग का नाम गुलजार खान है और वह पाकिस्तान के रहने वाले हैं. उत्तरी वजीरिस्तान में मिलेट्री आॅपरेशन के बाद कई लोग अपने घर छोड़कर चले गए थे. गुलजार खान इनमें से एक थे. गुलजार खान के 36 बच्चे हैं और उनका सपना चौथी बेगम लाने का था. इस मेलिट्री आॅपरेशन ने उनका यह सपना तोड़ दिया था. शावा गांव में गुलजार खान 35 कमरों के घर में रहते थे. उनके परिवार में करीब 100 सदस्य थे.

अब मुस्लिम आबादी की बात की जाए तो इस बारे में बीबीसी में 26 अगस्त 2015 को एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. इसके मुताबिक, 2001 में हुई जनगणना के अनुसार भारत की आबादी 102 करोड़ थी, जिसमें 82.75 करोड़ (80.45%) हिंदू और 13.8 करोड़ (13.4%) मुस्लिम थे. 2011 में देश में हिंदुओं की आबादी 96.63 करोड़ (79.8%) हो गई जबकि मुसलमानों की आबादी 17.22 करोड़ (14.23%) है. एक दशक यानी 10 साल के दौरान हिंदुओं व मुसलमानों की आबादी बढ़ने की रफ्तार पर थोड़ा ब्रेक लगा है. 2011 की जनगणना के मुताबिक, हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि दर 16.76% और मुसलमानों की 24.6% रही. 10 साल पहले हिंदुओं की वृद्धि दर 19.92 % और मुसलमानों की 29.5% थी. हालांकि, मुसलमानों की आबादी बढ़ने की दर हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि दर से अधिक है.
5 अप्रैल 2019 को दैनिक जागरण में अमेरिकी थिंक टैंक प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट छपी. इसके मुताबिक, 2060 में दुनिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम भारत में होंगे. तब भारत में मुसलमानों की संख्या 33 करोड़ होगी. 2019 में मुस्लिम आबादी 19.4 करोड़ थी. दुनिया की कुल मुस्लिम आबादी में अपने देश का योगदान 11 फीसदी का होगा. जबकि 28.36 करोड़ मुसलमानों के साथ पाकिस्तान दूसरे स्थान पर होगा. 2019 में सबसे ज्यादा मुस्लिमों के मामले में दुनिया में भारत दूसरे स्थान पर था. 40 साल बाद दुनिया में मुस्लिम 3 अरब और ईसाई 3 अरब होंगे मतलब 2060 में दोनों की संख्या बराबर पर आ जाएगी जबकि 2019 में ईसाई 2.3 अरब और मुस्लिम 1.8 अरब हैं.
आज तक के मुताबिक, भारत 2060 तक इंडोनेशिया को पीछे छोड़कर सबसे ज्यादा मुस्लिमों वाला देश बन जाएगा. करीब 33 करोड़ के साथ यह देश की कुल आबादी का 19.4 फीसदी होंगे. हालांकि, ये तब भी देश में अल्पसंख्यक ही होंगे.
Postmortem रिपोर्ट: 2011 की जनगणना के मुताबिक, हिंदुओं और मुस्लिमों की जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट आई है. हालांकि, मुस्लिमों की संख्या की वृद्धि दर हिंदुओं से ज्यादा है लेकिन 2060 में भी मुस्लिमों की संख्या हिंदुओं से कम होगी.