समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी और दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव का 4 अक्टूबर 2020 को निधन हो गया. खबर सुनते ही लोगों ने सपा के संस्थापक एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह की खोजखबर लेने के लिए उनके परिचितों को फोन घनघनाने लगा. मामला इतना बढ़ा कि कई लोगों ने ट्विटर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव के निधन के बारे में ट्वीट कर दिया. कमुछ वेबसाइट ने इस पर तो खबर छाप दी. हद तो तब हो गई जब भरोसेमंद विकीपीडिया ने मुलायम सिंह को मृत घोषित कर दिया.
AIN (All India News) ने 5 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा,
Former MLC Mulayam Singh Yadav Passd Away at 92.
बाद में इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया.
AIN (All India News) ने 4 अक्टूबर 2020 को इसकी खबर भी छाप दी. इसमें लिखा कि सपा के पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह यादव का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है. मुलायम सिंह के र्पैतृक गांव ककोर में 3 अक्टूबर को उन्होंने अंतिम सांस ली. कुछ दिन से वह बीमारी से लड़ रहे थे. रविवार को उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में उनका अंतिम संस्कार हुआ था. उनके अंतिम दर्शन के लिए भारी भीड़ जमा हुई थी. मुलायम सिंह यादव सपा सुप्रीमो और पूर्व सीएम मुलायम सिंह के काफी करीबी थे. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनको श्रद्धांजलि दी है. खबर में पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की फोटो लगाई गई. हालांकि, बाद में खबर भी डिलीट कर दी गई.

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विकीपीडिया ने भी पूर्व सीएम मुलायम सिंह को मृत घोषित कर दिया. विकीपीडिया पेज पर मुलायम सिंह की मृत्यु की तारीख 3 अक्टूबर 2020 फीड कर दी गई. कई लोगों ने इसका स्क्रीनशॉट भी ट्विटर पर शेयर किया.

Jigar Pandya @JigarPandyaa ने विकीपीडिया का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा,
Is @Wikipedia showing wrong information about #MulayamSinghYadav?
मतलब क्या विकीपीडिया मुलायम सिंह यादव के बारे में गलत जानकारी दे रहा है.
Umang Chaturvedi @umang214 ने भी 5 अक्टूबर को विकीपीडिया का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा,
According to Wikipedia, #MulayamSinghYadav is dead Man
It’s mistaken identity of the same name in the same party.
मतलब विकीपीडिया के अनुसार, मुलायम सिंह यादव की मौत हो गई है.
एक ही पार्टी एक जैसे नाम होने की वजह से यह गलती हुई होगी.
Vikky Ruhela @RuhelaVikky ने 5 अक्टूबर को ट्वीट किया,
अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने वाले #मुलायमसिंहयादव का आज निधन हो गया.
प्रभु श्री राम उनकी आत्मा को शांति दें.
दरअसल, यह सब एक ही पार्टी में एक जैसे नाम वाले दो नेता के होने की वजह से हुआ है. 3 अक्टूबर की रात को पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह यादव का निधन हुआ है, पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह का नहीं. पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह को सपा संस्थापक का बहुत खास माना जाता था. वह 1949 में गांव के सरपंच बने थे. 1973 से लेकर 1988 तक वह भाग्यनगर के ब्लॉक प्रमुख रहे. 1990 में पहली बार विधान परिषद पहुंचे. 2010 तक वह लगातार एमएलसी रहे.

वहीं, सपा प्रमुख एवं पूव्र मुख्यमंत्री मुलायम सिंह के निधन की अफवाह उड़ने पर उनकी बहू अपर्णा यादव ने 5 अक्टूबर को दोपहर 1.38 पर फेसबुक पर पोस्ट किया,
#MulayamSingh yadavji परमेश्वर की कृपा से पिताजी यानी आपके हमारे प्यारे नेताजी स्वस्थ हैं.
Postmortem रिपोर्ट: सपा के पूर्व एमएलसी मुलायम सिंह यादव का निधन हुआ है न कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह उर्फ नेताजी का. एक जैसे नाम होने के कारण उनके निधन की फर्जी खबर उड़ गई थी.