क्या कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद कुछ लोगों के शरीर से सिक्के या अन्य सामान चिपकने लगा है? क्या वैक्सीनेशन के बाद शरीर मैग्नेटिक हो जाता है? इस तरह के कुछ दावे नासिक, कोटा और छत्तीसगढ़ से सामने आ रहे हैं. इसको लेकर न्यूजपेपर्स में भी खबरें छपी हैं.
10 जून को जी हिंदुस्तान में खबर छपी कि महाराष्ट्र के नासिक के रहने वाले एक बुजुर्ग अरविंद जगन्नाथ ने ऐसा दावा किया है. दावा है कि वैक्सीन की दूसरी डोज के बाद बुजुर्ग का शरीर चुंबक बन गया. वक्सीनेशन के बाद सिक्के और लोहे का सामान उनके शरीर से चिपकने लगा है. परिवार ने इसका एक वीडियो भी वायरल किया है. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इसकी जांच के आदेश् दे दिए हैं.

12 जून को राजस्थान पत्रिका में भी कुछ इस तरह की खबर छपी. इसके मुताबिक, राजस्थान के सीकर के दंपती राजकुमार और पुष्पा सोनी ने इस तरह का दावा किया है. उनका कहना है कि यह सब वैक्सीनेशन के बाद उनके शरीर में यह बदलाव आया है. दोनों डोज लगवाने के बाद उनके शरीर से सिक्के और बर्तन चिपकने लगे हैं. दोनों ने 16 मई को कोविशील्ड की दूसरी डोज ली थी. दो दिन पहले उनके बेटे के मोबाइल पर एक वीडियो आया, जिसमें वैक्सीनेशन के बाद शरीर से लोहे की वस्तुएं चिपकने का दावा किया गया. इसके बाद पति और पत्नी ने भी शीर से बर्तन चिपकाने की कोशिश की तो वे चिपक गए.

फेसबुक पर भी न्यूजपेपर्स की कटिंग वायरल हो रही हैं. पृथ्वीराज बैंदाडा, बबलू पिंगोलिया और मयूरेश केसरवानी ने इस तरह की कटिंग पोस्ट की है.




The NewsPostmortem ने इस दावे की पड़ताल के लिए गूगल पर छानबीन की तो etvbharat की खबर का लिंक मिला. इसके मुताबिक, कोटा निवास सज्जन सिंह ने भी ऐसा दावा किया था. पड़ताल में पता चला कि बिना वैक्सीन लगवाए एक शख्स के शरीर से भी सिक्के चिपक रहे हैं. डॉ. देवेंद्र यादव का कहना है कि इस तरह के दावे फर्जी हैं. वैक्सीन में कोई धातु या मैटेरियल नहीं है, जिसकी वजह से शरीर मं चुंबकीय प्रभाव आ सके. ऐसा पसीने के कारण होता है. इसमें पानी के अलावा सोडियम, कॉपर, पोटेशियम और जिंक होता है. यूरिक एसिड और यूरिया भी निकलता है. इस वजह से पसीने में चिपचिपापन आ जाता है. गर्मी में पसीना तो शरीर से उड़ जाता है, लेकिन चिपचिपापन रह जाता है. इस कारण धातु की वस्तुएं शरीर से चिपक जाती हैं.
10 जून को पीआईबी ने इस बारे में ट्वीट करते हुए ऐसे दावों को गलत बताया. इसके मुताबिक, केविड—19 वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और ऐसे दावे फर्जी हैं.
Postmortem रिपोर्ट: इस तरह के दावे गलत हैं. वैक्सीनेशन के बाद शरीर में चुंबकीय प्रभाव आने के दावों को डॉक्टर ने भी गलत बताया है. इसकी वजह पसीने को बताया गया है.