त्यौहारों के मौसम चल रहा है. कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी बनी हुई है. ऐसे में देश में तेजी से लोगों को कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जा रही है. 11 अक्टूबर को अगर कोरोना केस की बात करें तो पिछले 24 घंटे में देश में 18,132 मामले सामने आए हैं, जो करीब 7 माह यानी मार्च से अब तक सबसे कम हैं. अगर वैक्सीनेशन को देखें तो सोमवार को देश में करीब 63 लाख लोगों को टीका लगाया गया. अब तक करीब 95 करोड़ लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लग चुका है जबकि 26 करोड़ों से ज्यादा को दोनों डोज लग चुकी हैं.

इस बीच व्हाट्सऐप पर लिंक के साथ एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है. इसमें लिखा है,
देश में रिकॉर्ड वैक्सीनेशन होने की ख़ुशी में सभी भारतीय यूजर्स को 3 महीने का रिचार्ज फ्री में दिया जा रहा है।.
अगर आपके पास Jio, Airtel या Vi का सिम हैं तो आप इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं.
नोट:- नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके अपना फ़्री रीचार्ज प्राप्त करें.
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कृपया ध्यान दे: यह ऑफर केवल 15 OCTOBER 2021 तक ही सिमित है!जल्दी करें..!
The News Postmortem के पास भी यह मैसेज आया. हमें इसकी पड़ताल के लिए भी कहा गया. इस मैसेज को देखकर हमारी इस लिंक पर क्लिक करने की हिम्मत नहीं हुई. गूगल पर कीवर्ड से सर्च किया तो कुछ खबरें निकल कर सामने आईं. पता चला कि पहले भी इए तरह का लिंक सेम आॅफर के साथ वायरल हो चुका है. 22 अप्रैल 2021 को दैनिक जागरण में छपी खबर के अनुसार, उस समय एक मैसेज काफी वायरल हुआ था. इसमें दावा किया गया था कि 10 करोड़ लोगों को सरकार तीन महीने का मुफ्त रिचार्ज उपलब्ध कराएगी. इस बारे में सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (COAI) लोगों को आगाह करते हुए इसे फेक बताया था. इसको फॉरवर्ड नहीं करने की हिदायत भी दी गई थी. PIB ने भी इससे अलर्ट रहने को कहा था.
23 मई 2021 को प्रभात खबर में छपी स्टोरी में भी इस तरह के मैसेज का जिक्र है. खबर के मुताबिक, सोशल मीडिया पर कए मैसेज काफी फैल रहा है. इसमें दावा किया गया है कि 100 मिलियन यूजर्स यानी 10 करोड़ लोगों को ऑनलाइन क्लास के लिए सरकार की तरफ से तीन महीने का फ्री रिचार्ज कराया जाएगा. मैसेज में लिखा था कि Jio, Airtel या Vi के Sim वाले इस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं. इसकी अंतिम तिथि 30 मई 2021 बताई गई थी. इसे फर्जी बताया गया था.
अब फिर से इस तरह का मैसेज वायरल किया जा रहा है. छानबीन में हमें PIB का 4 अक्टूबर का ट्वीट मिल गया. इसमें कहा गया है कि यह मैसेज फेक है. भारत सरकार ने इस तरह का कोई ऐलान नहीं किया है.
सायबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल का कहना है कि इस तरह के फर्जी मैसेज के साथ लिंक भेजकर लोगों को फंसाया जाता है. जो भी शख्स इस तरह के लिंक पर क्लिक करता है, उसके फोन में एक मालवेयर डाउनलोड्र हो जाता है. इससे डाटा और प्रोफाइल हैकर के पास चला जाता है. इसके बाद हैकर उसके फोन को कंट्रोल भी कर सकता है, जिससे बैंक अकाउंट से पैसे तक गायब हो जाते हैं.
Postmortem रिपोर्ट: इस तरह के मैसेज भेजकर ठग लोगों को फंसाते हैं. इस तरह के फ्री के आॅफर के चक्कर में आकर लोग अपना बैंक अकाउंट तक खली करा लेते हैं जबकि समय—समय पर आरबीआई और टेलीकॉम कंपनियां इस बारे में लोगों को अलर्ट करती रहती हैं. इस तरह के मैसेज में भेजे गए लिंक पर न तो क्लिक करें और न ही इसे फॉरवर्ड करें.
Reech
Nice