इजरायल और हमास के बीच भीषण जंग जारी है. इसमें अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है. इजरायल और फिलीस्तीन को लेकर सोशल मीडिया पर भी कई वीडियो वायरल हो रहे हैं. इनमें कई वीडियो फेक भी हैं. सोशल मीडिया पर 1 मिनट 12 सेकंड का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. इसमें दिखाया गया है कि एक जगह पर कई शव पड़े हुए हैं. वीडियो के बीच में एक शव के पैर हिलते हुए दिखते हैं. इसको लेकर यूजर्स इजरायल के विरोधियों पर निशाना साध रहे हैं.
आदित्य गहलोत ने यह वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि इजरायल पर अंतराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए थोड़ी देर कफन उढ़ाकर एक वीडियो बनाना था ताकि जल्द युद्धविराम हो जाए.
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फेसबुक पर आरएसएस-स्वयंसेवक नाम से बने पेज पर भी इसे पोस्ट किया गया है. इसके अलावा राजेंद्र शर्मा समते कई और यूजर्स ने इस तरह की पोस्ट को शेयर किया है.


The News Postmortem ने इस वीडिया की पड़ताल की लेकिन वीडियो पर लगा लोगो साफ नजर नहीं आया. इसका एक स्क्रीनशाॅट निकालकर उसे रिवर्स इमेज की मदद से गूगल पर तलाशा तो पता चला कि इसे दुनिया में कई और लोगों ने भी पोस्ट किया है. हालांकि, उस वीडियो में लोगो साफ नतर आ रहा है.
मेजर फ्रीडम लवर के नाम से बने अकाउंट से 53 सेकंड के वीडियो को पोस्ट किया गया है. 11 मई को पोसट किया गया यह वीडियो इसका दूसरा पार्ट है. इसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कपफन ओढ़े हुए कई लोग हिल रहे हैं. हालांकि, उन्हांने इसे कोविड से हुई मौतों से जोड़ दिया.
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हमने वीडियो में दिख रहे लोगो को पत्रकार इफ्तिखार अहमद की मदद से इंग्लिश में ट्रांसलेट किया. इसमें लिखा हुआ है अलबदील. इसके बाद हमने गूगल पर तलाशा तो हमें एलबदील टीवी के यूट्यूब चैनल का लिंक मिला. चैनल को काफी खंगालने पर हमें वायरल वीडियो भी मिल गया. पूरा वीडियो 1 मिनट 54 सेकंड का है और इसे 28 अक्टूबर 2013 को अपलोड किया गया है मतलब करीब 8 साल पहले. इसका टाइटल है عرض تمثيلي بالجثامين داخل جامعة الازهر इसका हिंदी में ट्रांसलेशन है, अल-अजहर विश्वविद्यालय के अंदर शवों के रूप में प्रदर्शन किया गया. इसके विवरण में लिखा है कि अल-अजहर विश्वविद्यालय में दर्जनों मुस्लिम छात्रों ने कॉलेज प्रशासन भवन के सामने एक सामूहिक प्रदर्शन किया. इसमें छात्राएं भी शामिल रहीं. छात्रों ने सेना और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की.

गूगल पर हमने अल अजहर विश्वविद्यालय के बारे में तलाशा तो पता चला कि काहिरा में स्थित मिश्र की सबसे पुरानी डिग्री देने वाली यूनिवर्सिटी है. इसे सुन्नी इस्लाम का सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय माना जाता है.
Postmortem रिपोर्टः यह वीडियो अक्टूबर 2013 का है मतलब करीब आठ साल पुराना. वीडियो भी काहिरा का है. इसका इजरायल से कोई संबंध नहीं है.