असम में पुलिस फायरिंग और लाठीचार्ज के बाद राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा जा रहा है. इसकी कई तस्वीरें और वीडियो शोसल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. इनमें एक फोटोग्राफर का वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह एक शख्स फोटोग्राफर और पुलिसवालों पर लाठी तानता हुआ भगा रहा है. बाद में पुलिसकर्मी उस पर फायरिंग कर देते हैं. जब वह शख्स जमीन पर गिर जाता है तो फोटोग्राफर उस अधमरे या पूरी तरह से मर चुके शख्स के उपर किसी डब्ल्यूडब्ल्यूई के रेसलर की तरह कूदता है. इसको लेकर फोटोग्राफर पर भी कार्रवाई की मांग की जा रही है. साथ ही सोशल मीडिया पर आरोप लगाया जा रहा है कि सरकार ने मुस्लिमों पर फायरिंग कराई है और इसे हिंदू मुस्लिम के एंगल से देखा जा रहा है.
@Bezariyat ने कुछ तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट किया है,
सेक्युलर डेमोक्रेटिक भारत में हिंदू मीडिया पर्सन को काफी आजादी मिली हुई है.
सीपीआईएएल पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए असम पुलिस के डीजीपी से सवाल करते हुए लिखा कि किस प्रोटोकाल के तहत लाठी लेकर दौड़ते हुए अकेले शख्स के सीने पर गोली मारने के आदेश दिए गए? सादे कपड़ों में कैमरा लिए हुए यह कौन व्यक्ति है जो नीचे गिरे हुए शख्स, जो शायद मर चुका है, पर कूद रहा है?
BBC के अनुसार, असम के दरंग जिले के सिपाझार में राज्य सरकार के आदेश के बाद 20 सितंबर को 4500 बीघा जमीन को मुक्त करने के लिए एक अभियान चलाया गया. इसमें करीब 800 परिवारों को वहां से हटा दिया गया. 23 सितंबर की सुबह करीब 200 परिवारों को वहां से हटाने के लिए फिर से अभियान शुरू किया गया. वहां सुबह से करीब 5 हजार लोग इसके विरोध में जमा हुए थे. एक खास बात यह भी है कि वहां के एसपी सुशांत बिस्वा सरमा सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के छोटे भाई हैं.

आज तक के मुताबिक, असम की सरकार दरांग जिले के सिपाहझार इलाके में कम्युनिटि फार्मिंग के पक्ष में है. यहां करीब 25 हजार एकड़ जमीन 3000 परिवारों के कब्जे में है. इसके लिए सरकार की तरफ से बिना भूमि वाले परिवार को दो एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव रखा गया था लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी. राज्य सरकार के अनुसार, कम्युनिटि फार्मिंग के लिए 3000 एकड़ जमीन चाहिए. इसके लिए वहां भूमि कब्जा मुक्त कराने की दो दिन से प्रक्रिया चल रही है. 23 सितंबर को लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसके बाद बवाल बढ़ गया. इस मामले में 20 सितंबर को सीएम हिमंत बिस्वा ने अतिक्रमण हटाते हुए फोटो ट्वीट करते हुए लिखा था कि अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी है. 4500 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त करने पर वह असम पुलिस और दरंग प्रशासन को बधाई देते हैं. वहां से 800 परिवारों को हटाया गया है. साथ ही 4 धार्मिक स्थल भी तोड़े गए हैं.
अब बात करते हैं फोटोग्राफर की. BBC के मुताबिक, दरंग जिले में हुई घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इसकी जांच गुवाहाटी हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज के नेतृत्व में कराई जाएगी. घटना में पुलिस के नौ जवान भी घायल हुए हैं. जमीन पर गिरे शख्स के उपर कूदने वाले फोटोग्राफर का नाम बिजय शंकर बनिया है. उसका संबंध किसी मीडिया संस्थान से नहीं है बल्कि वह जिला प्रशासन के लिए काम करता है. उसको गिरफ्तार कर लिया गया है.

Postmortem रिपोर्ट: खबरों के मुातबिक, असम सरकार वहां से अतिक्रमा हटा रही थी. इस दौरान लोगों ने पथराव कर दिया, जिसके बाद बवाल बढ़ गया. इसमें दो लोगों की जान चली गई जबकि कई घायल हुए हैं. घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल है. वहीं फोटोग्राफर जिला कमिश्नर के आॅफिस में काम करता है. उसको गिरफ्तार कर लिया गया है.