देश में कोरोना के मरीजों की संख्या एक बार फिर बढ़ने लगी है. कोरोना के रोजाना करीब 40 हजार केस सामने आ रहे हैं. इसमें सबसे ज्यादा मामले केरल में पता चल रहे हैं. इसको देखते हुए केरल में नाइट कर्फ्यू के साथ ही संडे का लॉकडाउन लागू है. वैक्सीनेशन की बात करें तो 62 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है जबकि 14 करोड़ से ज्यादा को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं. इस बीच विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका भी जता रहे हैं. आशंका जताई जा रही है तीसरी लहर बच्चों पर सबसे ज्यादा असर करेगी.

कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच देश के 20 राज्यों में स्कूल खुल गए हैं. इनमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, त्रिपुरा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पुडुचेरी, हरियाणा और असम शामिल हैं. उत्तर प्रदेश की बात करें तो राज्य में 1 सितंबर से सभी स्कूल खुल चुके हैं. इससे पहले 16 अगस्त से 9 से 12 तक के बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए थे. 23 अगस्त से 6 से 8 तक के बच्चों को भी स्कूल से बुलावा आ गया. इस बीच व्हाट्सऐप पर एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ, जिसमें लिखा है, यूपी में 1 से 12 तक विद्यालय होंगे बंद— इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला. यूपी में संक्रमण से 70 बच्चों की मौत. स्क्रीनशॉट किसी यूट्यूब वीडियो का थंबनेल दिख रहा है.

The News Postmortem ने इसकी पड़ताल के लिए रिवर्स इमेज की प्रक्रिया से गूगल पर तलाश की तो पता चला यह वीडियो Facts with Amit Pathak चैनल का है. इस पर यह वीडियो 31 अगस्त 2021 को अपलोड किया गया है. इसमें एंकर ने शुरू में कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं. इसकी पीछे राज्य में फैले वायरल फीवर और डेंगू के प्रकोप को बताया गया. शुरुआत में तो वीडियो में कहा गया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 1 से 12 तक के स्कूल बंद करने का आदेश दिया है. बाद में एबीपी गंगा की खबर का हवाला देते हुए कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका लगाकर स्कूल बंद करने की मांग की गई है. याचिका में कोरोना का हवाला दिया गया है. हालांकि, बाद में फिर वीडियो में एंकर कह रहा है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब योगी सरकार को सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ेगा.

हमने गूगल पर इस बारे में छानबीन की तो Zee News की खबर का लिंक मिला. 31 अगस्त को छपी खबर के मुताबिक, यह याचिका 1 सितंबर को छठी तक के स्कूल खुलने से पहले लगाई गई है. इसमें 1 से 12वीं तक के स्कूलों को बंद करवाने की मांग की गई है. साथ ही 2021—22 सेशन की पढ़ाई आॅनलाइन कराने की भी मांग की गई है. इसके पीछे कोरोना की तीयी लहर को वजह बताया गया. याचिका में चिकित्सा व्यवस्था के इंतजाम की भी जानकारी मांगी गई है.
इससे यह पता चलता है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर स्कूल बंद करने की मांग की गई है लेकिन अभी इसको लेकर उच्च न्यायालय ने कोई आदेश नहीं दिया है. हमे हाईकोर्ट के आदेश से संबंधित कोई भी खबर गूगल पर नहीं मिली. अब अगर बात वायरल फीवर व डेंगू की करें तो ABP के मुताबिक, राज्य के कई जिलों में इनका आतंक दिख रहा है. मथुरा, फिरोजाबाद, आगरा, मैनपुरी, सहारनपुर, लखनऊ और कानपुर में डेंगू ने कहर बरपाया हुआ है. इससे फिरोजाबाद में 50 और मथुरा में 12 मौत हो चुकी हैं. कानपुर में वायरल फीवर से सात लोगों की जान जा चुकी है.
indiatimes के अनुसार, फिरोजाबाद में डेंगू के कहर को देखते हुए डीएम ने 1 माह तक कूलर के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. डीएम चंद्र विजय सिंह का कहना है कि ये रक्तस्त्रावी डेंगू है. इस बीमारी में अचानक बच्चों की प्लेटलेट्स गिरती हैं और खून आने लगता है. शुरुआती जांच में कूलर के पानी से डेंगू मच्छर फैलने की बात सामने आ रही है.
31 अगस्त को Aaj Tak में छपी खबर के अनुसार, बुखार से कई बच्चों की मौत के बाद डीएम ने कक्षा आठ तक के सभी स्कूल 6 सितंबी बंद करने के आदेश दिए थे.
Postmortem रिपोर्ट: वायरल थंबनेल में लिखी खबर गलत है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्कमूल बंद करने की मांग करते हुए याचिका दी गई है. अभी हाईकोर्ट ने स्कूल बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया है. वीडियो में एंकर ने गलत जानकरी दी है. एबीपी गंगा पर भी स्कूल बंद करने की मांग की खबर चली है कि स्कूल बंद करने का आदेश देने की.