देश में सियासी दल आक्रामक तरीके से परस्पर आरोप प्रत्यारोप करते हैं. वहीँ कृषि बिल पर कांग्रेस का किसानों का समर्थन के बाद ये और तेज हो गया है. इसी के तहत कुछ सोशल मीडिया यूजर्स कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को निशाने पर लेते हुए आरोप लगा रहे हैं कि वे दुनिया की 20 सबसे अमीर राजनेताओं में शामिल हैं. उनकी संपत्ति एक खरब से भी ज्यादा बताई जा रही है. मैसेज के साथ एनबीटी अखबार की एक कटिंग भी लगी हुई मिली है.
हाल ही में सोनिया गांधी को लेकर फर्जी फोटो भी वायरल हुईं थीं, जिनमें उन्हें क्लब डांसर बताया गया था. जबकि वो फोटो किसी और के थे. इसकी पड़ताल तब The News Postmortem ने की थी.
इस पोस्ट को देखकर हमें भी शक हुआ, जिसके बाद इसकी पड़ताल शुरू की. फेसबुक पर हमें ये पोस्ट जयबाबा मोहनराम नाम के यूजर के वाल पर मिली. जो उसने इसी 24 सितम्बर को पोस्ट की थी. इसे पहले किसी अजित छावड़ा ने पोस्ट किया था, जिसका नाम ऊपर लिखा है.

जब हमने यूजर का प्रोफाइल चेक किया तो उसमें ज्यादातर पोस्ट कांग्रेस के खिलाफ थे और 25 सितम्बर को सोनिया गांधी को लेकर एक और पोस्ट था. जिसमें उन्हें विश्व की सबसे अमीर चौथी महिला बताया गया.

इसके बाद हमें फेसबुक पर ही अजीत छावड़ा की भी पोस्ट मिली. जो उसने 22 सितम्बर को अखबार की कटिंग के साथ पोस्ट की थी.इसमें भी दुनिया के 12 सबसे धनी राजनेताओं में सोनिया गांधी का नाम बताया गया था.

हमने सोशल मीडिया पर अखबार की कटिंग का फोटो जो पोस्ट किया जा रहा था जब उसे सर्च किया तो हमें एनबीटी का 3 दिसम्बर 2013 का एक आर्टिकल मिला. जिसमें दुनिया के बीस राजनेताओं में सोनिया गांधी को 12वें नम्बर पर सबसे धनी नेता बताया गया. अखबार ने अमेरिकी वेबसाइट huffingtonpost का हवाला दिया. इसमें भी सोनिया की सम्पत्ति एक खरब से ज्यादा बताई गयी.

वहीँ इसके बाद हमने huffingtonpost वेबसाइट को चेक किया तो 29 नवम्बर 2013 का आर्टिकल मिला. जिसमें दुनिया के 18 धनी राजनेताओं के नाम थे, लेकिन उनमें सोनिया गांधी का नाम नहीं था. साथ ही एक एडिटर नोट था, जिसमें लिखा था कि सोनिया गांधी और कतर के पूर्व अमीर हामिद बिन खलीफा अल थानी का नाम हटा दिया गया है. एडिटर ने सोनिया गांधी का नाम सूची में शामिल करने के लिए माफ़ी मांगी और कहा कि वो थर्ड पार्टी की साइट से डाटा मिला, जिसका सत्यापन नहीं हो सका और उस पर विवाद हो गया.

वहीँ हमने सोनिया गांधी की सम्पत्ति का रिकॉर्ड उनके चुनावी हलफनामे में तलाशा तो 2009 और 2014 का रिकॉर्ड मिला. इसमें 9 करोड़ रुपये थी,2009 में एक करोड़ और 2004 में 85 लाख थी. यानि उनकी सम्पत्ति एक खरब होने का जो दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा था उसमें कोई दम नहीं है.

Postmortem रिपोर्ट: सोशल मीडिया पर सोनिया गांधी के दुनिया के 12 सबसे धनी राजनेता होने का दावा गलत है और न ही उनकी सम्पत्ति एक खरब से ज्यादा है. ये दावा पूरी तरह फर्जी है.
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