सोशल मीडिया पर इन दिनों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एक लेटर दिख रहा है। बताया गया कि राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ़ डिफेन्स बिपिन रावत की सलाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह लेटर लिखा है. इस पत्र में सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाना और लेह स्थित 14 कोर में तैनात लेफ्टिनेंट जरनल हरविंदर सिंह को हटाने की सिफारिश की गई है. जब यह पोस्ट हमारे सामने आई तो हमने इसकी पड़ताल शुरू की.
माधव शर्मा @itsMadhavSharma नामक ट्विटर एकाउंट से ये लेटर 10 जुलाई को पोस्ट हुआ, जिसमें 6 जुलाई 2020 की डेट है. बायीं तरफ हिंदी में राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री भारत और दायीं तरफ यही अंग्रेजी में लिखा गया है. इसे प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए लिखा गया है. इसमें चीफ ऑफ़ डिफेन्स बिपिन रावत की सिफारिश पर सेना प्रमुख जनरल नरवाना और लेह स्थित 14 कोर में तैनात लेफ्टिनेंट जरनल हरविंदर सिंह को हटाने की सिफारिश की गयी है.

जब ट्विटर पर अपलोड लेटर को लेकर हमने रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट और ट्विटर एकाउंट पर तलाशा तो कहीं इसका जिक्र नहीं मिला. यही नहीं रक्षा मंत्री के ट्विटर हैंडल या फिर किसी अन्य जगह तो इस तरह का कोई जिक्र होता, क्योंकि इतना बड़ा मामला मीडिया की सुर्ख़ियों में जरूर आता. इसके बाद हमने गूगल पर कीवर्ड्स से इसको सर्च किया तो हमें इंडिया टुडे की वेबसाइट पर इस खबर से सम्बंधित लिंक मिला. इसमें यह पत्र पूरी तरह से फर्जी पाया गया. उन्होंने रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी से भी इस बारे में जानकारी ली, जिसमें इस तरह के पत्र को सिरे से नकार दिया गया.

इस पत्र के वायरल होने की बड़ी वजह बीते महीने चीन और भारत में लद्दाख सीमा पर तनाव है. क्योंकि दोनों देशों की सेना के बीच झड़प भी हुई थी. इस वजह से किसी ने जानबूझकर इस तरह का पत्र बनाकर फेक न्यूज फैलाने की कोशिश की. जिस ट्विटर एकाउंट पर ये लेटर अपलोड हुआ था, उस पर ही कई लोगों ने संदेह जताते हुए इसे फेक न्यूज बता दिया था और सेना को बदनाम करने के लिए कार्रवाई की मांग की थी. ये लेटर अभी भी उस एकाउंट पर मौजूद है.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट: हमारी पड़ताल में ये लेटर पूरी तरह फेक साबित हुआ है. इसमें कहीं भी भारतीय सेना या फिर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जुड़े होने के संकेत नहीं हैं. यह केवल लोगों को मिसगाइड करने के लिए फर्जी तैयार किया गया है.