जहां अयोध्या में 5 अगस्त को होने वाले राम जन्म भूमि के भूमि पूजन की तैयारियां चल रही हैं, वहीं सोशल मीडिया पर भी लगातार अयोध्या और राम जन्म भूमि छाया हुआ है. इस समय सोशल मीडिया पर एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है, जिसमें आईपीएस आशीष तिवारी के तबादले को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा जा रहा है.
मीडिया आलोचक @0786Ha ने 28 जुलाई को अयोध्या के पूर्व एसएसपी आशीष तिवारी की फोटो ट्वीट की और लिखा,
ताजातरीन खबर
ताजातरीन खबर ये है कि SSP अयोध्या आशीष तिवारी ने यूपी के मुख्यमंत्री Yogi जी को साफ बोल दिया कि 5 अगस्त को भीड़ नही जमा होने दूंगा.
अगर आप चाहते हैं तो लिखित दीजिये
मुख्यमंत्री, अजय सिंह बिष्ट, को एक तिवारी (ब्राम्हण) IPS की ये बेबाकी पसंद नहीं आई और रात में ही ट्रांसफर कर दिया।
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Mahima Mishra Mzp के फेसबुक अकाउंट से भी कुठ इसी तरह की पोस्ट की गई. सपा नेत्री महिमा मिश्रा ने लिखा,
SSP अयोध्या आईपीएस आशीष तिवारी जी ने योगी जी को साफ बोल दिया कि 5 अगस्त को भीड़ नही जमा होने दूंगा,अगर आप चाहते हैं, तो लिखित दीजिये।
मुख्यमंत्री जी ने रात में ही ट्रांसफर कर दिया।
जय हो
यह ब्राम्हण शेर की एक छोटी सी दहाड़ है, सम्भल जाओ योगी मोदी।
महिमा मिश्रा मिर्जापुर
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Naresh Pandit नाम से बने फेसबुक अकाउंट से भी 2 अगस्त को एसएसपी आशीष तिवारी की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा गया,
ताजातरीन खबर ये है कि
SSP अयोध्या आशीष तिवारी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath जी को साफ बोल दिया कि 5 अगस्त को भीड़ नही जमा होने दूंगा,
अगर आप चाहते हैं तो लिखित दीजिये,
मुख्यमंत्री, जी को एक तिवारी (ब्राम्हण) IPS की ये बेबाकी पसंद नहीं आई और रात में ही ट्रांसफर कर दिया।
बाकी तो रामराज्य चल ही रहा है!!
ऐसे ब्राह्मण की जरूरत है समाज को
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इस तरह की पोस्ट सामने आने के बाद हमें आईपीएस आशीष तिवारी का ट्वीट भी मिला. Ashish Tiwari,IPS @IpsAshish ने 2 अगस्त को ट्वीट किया,
मेरे नाम के साथ, मेरी फोटो के साथ सोशल मीडिया पर उड़ाई जा रही किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और ना ही share करें
अन्यथा ऐसे फ़ेक न्यूज़ फैलाने वालों के ख़िलाफ़
सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
Asianetnews के अनुसार, मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले आशीष तिवारी 1 करोड़ रुपये के पैकेज वाली जॉब छोड़कर सिविल सर्विसेज की तैयारी में लगे थे. 2011 में उनका चयन IRS में हुआ था। इसके बाद 2012 में आईपीएस में सेलेक्शन हुआ था।
जागरण के मुताबिक, आईआईटी के छात्र रहे आईपीएस आशीष तिवारी ने जून 2019 में अयोध्या में एसएसपी की कमान संभली थी. पुलिसिंग को स्मार्ट बनाने के लिए उन्होंने तकनीक का इस्तेमाल किया. उन्होंने 6 वेबसाइट और कई वाट्सएप ग्रुप के जरिए पुलिसिंग को बेहतर बनाया. इसके जरिए ही उन्होंने लोगों से संवाद करने का रास्ता भी निकाला था। पिछले साल नवंबर में जब राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया था तब अयोध्या में पूर्ण शांति रही थी. सामाजिक कुरीतियों के खात्मे के लिए उन्होंने ग्रीन ग्रुप भी बनाया था। अब जिले में पहली बार डीआईजी रैंक के अधिकारी को तैनात किया गया है. इस वजह से आईपीएस आशीष तिवारी का ट्रांसफर एसपी रेलवे झांसी कर दिया गया.
Postmortem रिपोर्ट: आईपीएस आशीष तिवारी के ट्वीट से साफ हो गया कि यह सब अफवाह फैलाई जा रही है. हमारी भी आपसे अपील है कि इस तरह की फर्जी पोस्ट या स्क्रीन शॉट को वायरल होने से रोकें.